यूपीएससी क्या है संक्षिप्त परिचय (UPSC Kya Hai in Hindi Introduction)
यूपीएससी का मतलब यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन, भारत सरकार की एक संस्था है जो प्रत्येक वर्ष सिविल सेवाओं के लिए परीक्षाएं आयोजित करती है। सिविल सेवा परीक्षाएं भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। जो कि देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। यूपीएससी द्वारा सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य योग्य और सक्षम उम्मीदवारों का चयन करना है, जो भारत देश के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत बना सके।
यूपीएससी संघ लोक सेवा आयोग भारत में सबसे प्रतिष्ठितएवं चर्चित परीक्षाओं में से एक हैइस परीक्षा के माध्यम से आईएएस आईपीएस और आईएफएस के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। अगर आप भी यूपीएससी की तैयारी करने की सोच रहे हैं तो यह लेख यूपीएससी क्या है पूरी जानकारी और सही दिशा प्रदान करेगा।
यूपीएससी क्या है मुख्य बिंदु (UPSC Kya Hai Important Point)

- यूपीएससी भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है।
- यूपीएससी सिविल सेवा जैसे आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, एनडीए, सीडीएस, इंजीनियरिंग सर्विस, फॉरेस्ट सर्विस आदि के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है।
- यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाएं सामान्य परीक्षाओं से कठिन स्टार की होती हैं ऐसे में उम्मीदवारसही रणनीति और निरंतर से ही सफलता की प्राप्ति कर सकते हैं।
- जो लोग यूपीएससी एक्जामकी तैयारी कर रहे हैं उनके लिए सिलेबस और समय प्रबंधन को समझनाअत्यंत आवश्यक है।
भारत में यूपीएससी की भूमिका

भारत में यूपीएससी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। यूपीएससी विभिन्न सिविल सेवाओं जैसे:-
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS: Indian Administrative Service)
- भारतीय विदेश सेवा (Indian Foreign Service)
- भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service )
- भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा, ग्रुप “क” (Indian Audit and Accounts Service, Group ‘A’)
- भारतीय सिविल लेखा सेवा, ग्रुप “क” (Indian Civil Accounts Service, Group ‘A’)
- भारतीय कॉरपोरेट विधि सेवा, ग्रुप “क” (Indian Corporate Law Service, Group ‘A’)
- भारतीय रक्षा लेखा सेवा, ग्रुप “क (Indian Defence Accounts Service, Group ‘A’)
- भारतीय रक्षा संपदा सेवा, ग्रुप “क (Indian Defence Estates Service, Group ‘A’)
- भारतीय सूचना सेवा, ग्रुप “क” (Indian Information Service, Group ‘A’ )
- भारतीय डाक सेवा, ग्रुप “क” (Indian Postal Service, Group ‘A’)
- भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा, ग्रुप “क” ( Indian Post & Telecommunication Accounts and Finance Service, Group ‘A’)
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (यातायात), ग्रुप ‘क’ (Indian Railway Management Service (Traffic), Group ‘A’)
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (कार्मिक), ग्रुप ‘क’ (Indian Railway Management Service (Personnel), Group ‘A’)
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (लेखा), ग्रुप ‘क’ (Indian Railway Management Service (Accounts), Group ‘A’)
- भारतीय रेल सुरक्षा बल सेवा, ग्रुप “क” (Indian Railway Protection Force Service, Group ‘A’ )
- भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) ग्रुप “क” (Indian Revenue Service (Customs & Indirect Taxes) Group ‘A’)
- भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) ग्रुप “क” (Indian Revenue Service (Income Tax) Group ‘A’)
- भारतीय व्यापार सेवा, ग्रुप “क (ग्रेड III) (Indian Trade Service, Group ‘A’ (Grade III))
- सशस्त्र सेना मुख्यालय सिविल सेवा, ग्रुप “ख” (अनुभाग अधिकारी ग्रेड) (Armed Forces Headquarters Civil Service, Group ‘B’ (Section Officer’s Grade))
- दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली सिविल सेवा (दानिक्स), ग्रुप “ख (Delhi, Andaman and Nicobar Islands, Lakshadweep, Daman & Diu and Dadra & Nagar Haveli Civil Service (DANICS), Group ‘B’)
- दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली पुलिस सेवा (दानिप्स), ग्रुप “ख (Delhi, Andaman and Nicobar Islands, Lakshadweep, Daman & Diu and Dadra & Nagar Haveli Police Service (DANIPS), Group ‘B’)
- पांडिचेरी सिविल सेवा (पांडिक्स), ग्रुप ‘ख’ (Pondicherry Civil Service (PONDICS), Group ‘B’)
- पांडिचेरी पुलिस सेवा (पांडिप्स), ग्रुप ‘ख’ (Pondicherry Police Service (PONDIPS), Group ‘B’)
जैसी सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन करती है। यूपीएससी का काम केवल परीक्षा आयोजित करना ही नहीं है बल्कि यह सुनिश्चित करना कि चयन प्रक्रिया निष्पक्ष और पूर्ण रूप से पारदर्शी हो। यूपीएससी सरकार को नीतिगत मामलों में भी सलाह देती है।
यूपीएससी के माध्यम से करियर विकल्प

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS: Indian Administrative Service)
👉 कार्य: प्रशासनिक नीति निर्माण, क्रियान्वयन, जिले और विभागों का प्रबंधन, सरकारी योजनाओं का संचालन, कानून व्यवस्था की निगरानी।
भारतीय विदेश सेवा (IFS: Indian Foreign Service)
👉 कार्य: भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को संभालना, विदेश नीति का क्रियान्वयन, विदेशी दूतावासों और उच्चायोगों में भारत का प्रतिनिधित्व करना।
भारतीय पुलिस सेवा (IPS: Indian Police Service)
👉 कार्य: कानून और व्यवस्था बनाए रखना, अपराध की रोकथाम और जांच करना, राष्ट्रीय सुरक्षा एवं खुफिया कार्यों में सहयोग करना।
भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा (Indian Audit and Accounts Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों और अन्य संस्थानों के वित्तीय लेखा-जोखा की जांच करना।
भारतीय सिविल लेखा सेवा (Indian Civil Accounts Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: सरकारी वित्तीय लेखांकन, बजट प्रबंधन और व्यय की देखरेख करना।
भारतीय कॉरपोरेट विधि सेवा (Indian Corporate Law Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: कंपनियों और कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़े कानूनों को लागू करना और निगरानी रखना।
भारतीय रक्षा लेखा सेवा (Indian Defence Accounts Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: रक्षा मंत्रालय के वित्तीय प्रबंधन, बजट, भुगतान और लेखा कार्य को संभालना।
भारतीय रक्षा संपदा सेवा (Indian Defence Estates Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: रक्षा संपत्तियों का प्रबंधन, भूमि अधिग्रहण और रक्षा से जुड़े संपत्ति मामलों की देखरेख करना।
भारतीय सूचना सेवा (Indian Information Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: सरकारी नीतियों और योजनाओं का प्रचार करना, मीडिया और संचार से जुड़े कार्य संभालना।
भारतीय डाक सेवा (Indian Postal Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: डाक सेवाओं का प्रबंधन, भारतीय डाक विभाग से जुड़े नीति निर्माण और प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करना।
भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा (Indian Post & Telecommunication Accounts and Finance Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: डाक और दूरसंचार विभाग से जुड़े वित्तीय और लेखा कार्यों का प्रबंधन करना।
भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (Indian Railway Management Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: रेलवे के विभिन्न विभागों जैसे यातायात, कार्मिक और लेखा प्रबंधन को संभालना।
भारतीय रेल सुरक्षा बल सेवा (Indian Railway Protection Force Service, Group ‘A’)
👉 कार्य: रेलवे संपत्तियों, यात्रियों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना।
भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) (Indian Revenue Service – Customs & Indirect Taxes, Group ‘A’)
👉 कार्य: सीमा शुल्क, जीएसटी और अन्य अप्रत्यक्ष करों की वसूली और जांच करना।
भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) (Indian Revenue Service – Income Tax, Group ‘A’)
👉 कार्य: आयकर वसूली, कर चोरी की जांच और कर प्रणाली के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करना।
भारतीय व्यापार सेवा (Indian Trade Service, Group ‘A’ (Grade III))
👉 कार्य: भारत के व्यापार और वाणिज्य नीतियों को लागू करना और व्यापार से जुड़े मुद्दों की निगरानी करना।
सशस्त्र सेना मुख्यालय सिविल सेवा (Armed Forces Headquarters Civil Service, Group ‘B’ (Section Officer’s Grade))
👉 कार्य: रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक कार्यों और सशस्त्र बलों से जुड़े सिविल कार्यों का प्रबंधन करना।
दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली सिविल सेवा (DANICS, Group ‘B’)
👉 कार्य: संघ शासित प्रदेशों में प्रशासनिक और विकास कार्यों का संचालन।
दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली पुलिस सेवा (DANIPS, Group ‘B’)
👉 कार्य: संघ शासित प्रदेशों में कानून व्यवस्था बनाए रखना और पुलिस प्रशासन संभालना।
पांडिचेरी सिविल सेवा (PONDICS, Group ‘B’)
👉 कार्य: पुदुचेरी केंद्र शासित प्रदेश में प्रशासनिक कार्यों को देखना और सरकारी योजनाओं का संचालन करना।
पांडिचेरी पुलिस सेवा (PONDIPS, Group ‘B’)
👉 कार्य: पुदुचेरी में कानून व्यवस्था बनाए रखना और पुलिस प्रशासन की देखरेख करना।
UPSC पात्रता मानदंड (UPSC Eligibility Criteria)

राष्ट्रीयता:
- IAS, IFS और IPS के लिए उम्मीदवारों को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- अन्य पदों के लिए भारत के नागरिक के साथ-साथ नेपाल और भूटान के नागरिक भी आवेदन करके चयनित हो सकते हैं।
यूपीएससी शैक्षणिक योग्यता (UPSC Education Qualification)
- यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा का आवेदन पत्र भरने के लिए उम्मीदवार को कम से कम किसी विषय में स्नातक (Graduation) पास होना चाहिए।
- जो उम्मीदवार अपने स्नातक के अंतिम वर्ष में है वह भी आवेदन पत्र भर सकते हैं लेकिन उनको मुख्य परीक्षा (Mains Exam) में सम्मिलित होने से पहले स्नातक पास होने का सबूत (Proof) देना होगा।
UPSC आयु सीमा (UPSC Age Limit)
- सामान्य श्रेणियों (अनारक्षित) के लिए यूपीएससी आयु सीमा: उम्मीदवार की आयु 21 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए यूपीएससी आयु सीमा: उम्मीदवार की आयु 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- एससी (अनुसूचित जाति) के लिए यूपीएससी आयु सीमा: उम्मीदवार की आयु 21 से 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- एसटी (अनुसूचित जनजाति) के लिए यूपीएससी आयु सीमा: उम्मीदवार के आयु 21 वर्ष से लेकर 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
Categories | Age Limit |
General (UR) | 21-32 years |
OBC | 21-35 years |
SC | 21-37 years |
ST | 21-37 years |
यूपीएससी परीक्षा में बैठने की सीमा 2025 (UPSC Attempt Limit)
- सामान्य श्रेणी के लिए: 06 प्रयास
- ओबीसी श्रेणी के लिए: 09 प्रयास
- एससी श्रेणी के लिए: असीमित प्रयास
- एसटी श्रेणी के लिए: असीमित प्रयास
- पीडब्ल्यूबीडी के लिए: UR/ईडब्ल्यूएस/ओबीसी के लिए 09 एससी/एसटी के लिए असीमित
यूपीएससी का वेतन (UPSC Salary Per Month)

- यूपीएससी में चयनित होने वाले उम्मीदवारों का शुरुआती बेसिक पे 56100/- रुपए होता है।
- बेसिक पे के साथ चयनित उम्मीदवारों को यात्रा भत्ता (TA), महंगाई भत्ता (DA), और मकान किराया भत्ता (HRA) आदि दिया जाता है।
- ट्रेनिंग के दौरान 33000 से लेकर 35000 रुपए प्रति माह वेतन दिया जाता है।
Salary | |
Basic Pay | Rs. 56,100/- |
Monthly Salary | Rs. 56,000 to Rs. 1,50,000 |
Highest Salary | Rs. 2,50,000/- |
Salary During Training | Rs. 33,000–35,000 |
यूपीएससी आवेदन शुल्क
भुगतान का तरीका – एसबीआई की किसी भी शाखा में नकद भुगतान, नेट बैंकिंग, या डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से।
- अनारक्षित के लिए यूपीएससी आवेदन शुल्क: रु. 100/- (केवल एक सौ रुपये)
- ओबीसी के लिए यूपीएससी आवेदन शुल्क: रु. 100/- (केवल एक सौ रुपये)
- एससी के लिए यूपीएससी आवेदन शुल्क: रु. 00/- (शून्य)
- एसटी के लिए यूपीएससी आवेदन शुल्क: रु. 00/- (शून्य)
- सभी कैटिगरी की महिला के लिए यूपीएससी आवेदन शुल्क: रु. 00/- (शून्य)
- पीडब्ल्यूबीडी (बेंचमार्क विकलांगता वाले व्यक्ति) के लिए यूपीएससी आवेदन शुल्क: रु. 00/- (शून्य)
UPSC परीक्षा प्रक्रिया (UPSC Exam Overview)

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों में आयोजित की जाती है।
- प्रथम चरण: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा
- द्वितीय चरण: यूपीएससी मुख्य परीक्षा
- अंतिम चरण: साक्षात्कार
यूपीएससी परीक्षा पैटर्न (UPSC Exam Pattern)
(1). यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा पैटर्न (UPSC Prelims Exam Pattern)

- यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होंगे।
- पहला पेपर सामान्य अध्ययन प्रथम का होगा और दूसरा पेपर CSAT का होगा। सेकंड पेपर केवल क्वालीफाइंग है उसमें सभी उम्मीदवारों को कम से कम 35% अंक लाना अनिवार्य है।
- प्रिलिम्स पेपर के माध्यम से मेरिट लिस्ट नहीं बनाई जाएगी। केवल मेंस परीक्षा में बैठने के लिए मेरिट लिस्ट फर्स्ट पेपर के अंकों के आधार पर बनाई जाएगी।
UPSC Prelims Paper-I: सामान्य अध्ययन I |
सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्न पत्र में कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। सामान्य अध्ययन प्रथम का प्रश्न पत्र 200 अंकों का होगा। इस प्रश्न पत्र को हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाएगा। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होगी और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काट लिए जाएंगे। प्रश्न पत्र में सभी प्रश्न हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे। प्रत्येक प्रश्न में 4 उत्तर होंगे उनमें से कोई 1 उत्तर सही होगा। सभी प्रश्नों के अंक समान होंगे। इस पेपर के अंकों के आधार पर में परीक्षा में बैठने की मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। |
UPSC Prelims Paper-II: सामान्य अध्ययन II (CSAT) |
इस पेपर में कुल 80 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र का पूर्णांक 200 अंकों का होगा प्रश्न पत्र को हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाएगा। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होगी और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काट लिए जाएंगे। प्रश्न पत्र में सभी प्रश्न हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे। प्रत्येक प्रश्न में 4 उत्तर होंगे उनमें से कोई 1 उत्तर सही होगा। सभी प्रश्नों के अंक समान होंगे। इस प्रश्न पत्र के अंकों के आधार पर मेंस एग्जाम में बैठने की मेरिट लिस्ट नहीं बनाई जाएगी। यह पेपर केवल क्वालीफाई होगा। इसमें सभी उम्मीदवारों को कम से कम 33% अंक लाना अनिवार्य है। मेंस एग्जाम में बैठने के लिए मेरिट लिस्ट फर्स्ट पेपर से बनाई जाएगी। |
(2). पीएससी मेन्स परीक्षा पैटर्न (UPSC Mains Exam Pattern):

यूपीएससी मुख्य परीक्षा में कुल 9 प्रश्न पत्र होंगे जिनमें से पहले दो प्रश्नपत्र क्वालीफाइंग है इनके अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़े जाएंगे।
बाकी सभी प्रश्न पत्रों के अंक मेरिट लिस्ट में जोड़े जाएंगे।
विषय | कुल अंक |
Paper A: अनिवार्य भारतीय भाषा | 300 |
Paper B: अंग्रेजी | 300 |
Paper I: निबंध | 250 |
Paper II: सामान्य अध्ययन I | 250 |
Paper III: सामान्य अध्ययन II | 250 |
Paper IV: सामान्य अध्ययन III | 250 |
Paper V: सामान्य अध्ययन IV | 250 |
Paper VI: वैकल्पिक विषय I | 250 |
Paper VII: वैकल्पिक विषय II | 250 |
(3). UPSC इंटरव्यू प्रक्रिया (UPSC interview)

- साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण के 275 अंक होंगे (कोई न्यूनतम योग्यता अंक नहीं)।
UPSC CSE No of Attempts
Category | Attempts |
SC /ST | Unlimited |
OBC | 09 |
PwBD | 09 for GL/EWS/OBC Unlimited for SC/ST |
UR | 06 |
यदि कोई उम्मीदवार प्रिलिम्स एग्जाम देता है और उसमें असफल या फिर सफल होते है तो उसको एक अटेम्प्ट माना जाएगा। अगर उम्मीदवार यूपीएससी प्रीलिम्स एग्जाम एक पेपर में उपस्थित होता है तो उसको भी एक अटेम्प्ट माना जाएगा। |
UPSC सिलेबस
यूपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस (UPSC Prelims Syllabus):

पेपर I : सामान्य अध्ययन I- (200 अंक) अवधि: दो घंटे
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारतीय और विश्व भूगोल- भौतिक, सामाजिक, भारत और विश्व का आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजनीति और शासन- संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे
- सामान्य विज्ञान
यूपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस:
पेपर II : सामान्य अध्ययन II (CSAT)- (200 अंक) अवधि: दो घंटे
- समझने की योग्यता, बोधन-क्षमता
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल – वैयक्तिक कौशल
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता: 01. Statement and Assumption (कथन और धारणा) 02. Statement and Inference (कथन और अनुमान) 03. Statement and Conclusion (कथन और निष्कर्ष) 04. Direction (दिशा) 05. Coding decoding (कोडिंग डिकोडिंग) 06. Circular and Linear Arrangement (वृत्ताकार एवं रैखिक व्यवस्था) 07. Cubes (क्यूब्स) 08. Distribution (Puzzles) [वितरण (पहेलियाँ)] 09. Visual reasoning (दृश्य तर्क) 10. Syllogism (युक्ति वाक्य) 11. Data Sufficiency (डेटा पर्याप्तता) 12. Blood relations (खून के रिश्ते)
- निर्णय लेना और समस्या समाधान
- सामान्य मानसिक क्षमता
- बुनियादी संख्या (संख्या और उनके संबंध, परिमाण के आदेश, आदि) (कक्षा X स्तर)
1. Number System and Simplification
2. H.C.F. & L.C.M. 3. Average & Percentage
4. Profit & Loss
5. Ratio, Proportion and Mixture
6. Simple & Compound Interest
7. Time & Work
8. Time, Distance & Speed
9. Fundamentals of Algebra
10. Series
11. Set Theory
12. Permutation & Combination
13. Probability
14. Mensuration
15. Height & Distance
- डेटा व्याख्या (चार्ट, रेखांकन, तालिकाओं, डेटा पर्याप्तता आदि) – कक्षा X स्तर)
1. Pie Chart (पाई चार्ट)
2. Bar Graph (दंड आरेख)
3. Line graph etc. (रेखा ग्राफ आदि)
यूपीएससी मेन्स सिलेबस (UPSC Mains Syllabus)

- पेपर ए: अनिवार्य भारतीय भाषा
- पेपर बी: अंग्रेजी
- पेपर – I: निबंध
- प्रश्नपत्र II – सामान्य अध्ययन-I: भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज
- प्रश्न पत्र – III: सामान्य अध्ययन II: शासन व्यवस्था, संविधान शासन प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध
- प्रश्न पत्र – IV: सामान्य अध्ययन – III: प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन।
- प्रश्नपत्र V – सामान्य अध्ययन – IV: नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि।
- पेपर– VI और पेपर VII: वैकल्पिक विषय पेपर I और II उम्मीदवार कोई भी वैकल्पिक विषय चुन सकते हैं।
01. कृषि विज्ञान
02. पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान
03. मनुष्य जाति का विज्ञान
04. वनस्पति विज्ञान
05. रसायन विज्ञान
06. असैनिक अभियंत्रण
07. वाणिज्य और लेखा
08. अर्थशास्त्र
09. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
10. भूगोल
11. भूगर्भशास्त्र
12. इतिहास
13. कानून
14. असमिया
15. बंगाली
16. डोगरी
17. अंग्रेज़ी
18. गुजराती
19. हिंदी
20. कन्नड़
21. कश्मीरी
22. कोंकणी
23. मैथिली
24. मलयालम
25. मणिपुरी
26. मराठी
27. नेपाली
28. Odia
29. पंजाबी
30. संस्कृत
31. संथाली
32. सिंधी
33. तामिल
34. तेलुगू
35. उर्दू
36. गणित
37. मैकेनिकल इंजीनियरिंग
38. चिकित्सा विज्ञान
39. दर्शन
40. भौतिक विज्ञान
41. राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय
42. मनोविज्ञान
43. सार्वजनिक प्रशासन
44. नागरिक शास्त्र
45. आंकड़े
46. प्राणि विज्ञान
UPSC तैयारी टिप्स

UPSC सिलेबस को समझना
UPSC परीक्षा की तैयारी शुरु करने से पहले, सिलेबस को पूरी तरह से समझना बेहद ज़रूरी है। सिलेबस आपको यह बताएगा कि कौन-कौन से विषयों पर ध्यान देना है। इसे प्रिंट कर लें और हमेशा अपने अध्ययन स्थान पर रखें।
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) का सिलेबस अलग है। इसमें सामान्य अध्ययन (General Studies) और CSAT शामिल हैं।
- मुख्य परीक्षा (Mains) में वैकल्पिक विषय और निबंध लेखन भी होता है।
- साक्षात्कार के लिए समसामयिक मुद्दों की जानकारी होना आवश्यक है।
अध्ययन सामग्री का चयन
सही अध्ययन सामग्री का चयन सफलता की कुंजी है। अत्यधिक किताबें और नोट्स पढ़ने से बचें। गुणवत्ता पर ध्यान दें, न कि मात्रा पर।
- एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना एक अच्छा शुरुआती कदम है।
- एक ही विषय के लिए कई स्रोतों का उपयोग करने से बचें।
- नोट्स बनाएं और उन्हें समय-समय पर संशोधित करें।
समय प्रबंधन के टिप्स
समय प्रबंधन के बिना UPSC की तैयारी करना मुश्किल हो सकता है।
- एक साप्ताहिक और दैनिक समय सारणी बनाएं।
- पढ़ाई के साथ-साथ ब्रेक लेना भी ज़रूरी है।
- रिवीजन के लिए समय अवश्य निकालें।
UPSC की तैयारी में अनुशासन और निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण हैं। छोटे-छोटे कदम भी आपको बड़े लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं।
इन तीन चरणों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी शुरु करें। इससे न केवल आपकी पढ़ाई बेहतर होगी, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
UPSC की तैयारी के लिए रणनीतियाँ

नियमित अध्ययन का महत्व
UPSC की तैयारी में नियमितता सबसे जरूरी है। हर दिन थोड़ा पढ़ना लंबे समय में ज्यादा प्रभावी होता है।
- हर विषय के लिए समय निर्धारित करें।
- रोज़ाना 6-8 घंटे पढ़ाई का लक्ष्य रखें।
- एक दिन में कम से कम दो विषयों को कवर करें।
मॉक टेस्ट और रिवीजन
मॉक टेस्ट आपकी तैयारी को परखने का सबसे अच्छा तरीका है।
- हर हफ्ते एक मॉक टेस्ट दें।
- अपने कमजोर क्षेत्रों को पहचानें और उन्हें सुधारें।
- रिवीजन के लिए एक अलग समय निर्धारित करें।
मॉक टेस्ट का लाभ | विवरण |
आत्मविश्वास बढ़ता है | परीक्षा का अनुभव मिलता है |
समय प्रबंधन | सवाल हल करने की गति बढ़ती है |
कमजोरियां पहचानना | सुधार का मौका मिलता है |
करंट अफेयर्स पर ध्यान
करंट अफेयर्स UPSC के हर चरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- प्रतिदिन अखबार पढ़ें।
- महत्वपूर्ण घटनाओं के नोट्स तैयार करें।
- मासिक करंट अफेयर्स मैगज़ीन का उपयोग करें।
“UPSC की तैयारी का हर दिन महत्वपूर्ण है। सही रणनीति और नियमितता से सफलता सुनिश्चित हो सकती है।”
UPSC के लिए सही संसाधन

UPSC के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें और नोट्स
UPSC की तैयारी में किताबें और नोट्स सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। NCERT की किताबें (कक्षा 6 से 12 तक) पढ़ना एक मजबूत आधार बनाता है। इसके अलावा, निम्नलिखित किताबें आपकी तैयारी को बेहतर बनाएंगी:
- लक्ष्मीकांत की “भारतीय राजनीति” (Polity के लिए)
- Spectrum की “आधुनिक इतिहास”
- GC Leong की “भूगोल”
इन किताबों के साथ-साथ, अपने नोट्स खुद बनाना भी ज़रूरी है ताकि आप रिवीजन के समय आसानी से पढ़ सकें।
UPSC ऑनलाइन कोचिंग कोर्स और वीडियो
- आज के समय में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स UPSC की तैयारी के लिए बहुत उपयोगी हो गए हैं।
- कई कोचिंग संस्थान अपने वीडियो लेक्चर्स और टेस्ट सीरीज़ ऑनलाइन उपलब्ध कराते हैं।
- आप YouTube पर भी विषयवार वीडियो देख सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि आप सही और प्रमाणिक स्रोतों से ही सामग्री लें।
समाचार पत्र और मैगज़ीन
- करंट अफेयर्स की तैयारी के लिए समाचार पत्र पढ़ना बेहद ज़रूरी है।
- “द हिंदू” और “इंडियन एक्सप्रेस” जैसे अखबारों को रोज़ पढ़ें।
- इसके अलावा, “योजना” और “कुरुक्षेत्र” जैसी मैगज़ीन भी आपकी मदद करेंगी।
तैयारी में सही संसाधनों का चयन करना आपकी सफलता का पहला कदम है। हमेशा गुणवत्ता को प्राथमिकता दें, न कि मात्रा को।
UPSC की तैयारी में सामान्य गलतियाँ

अव्यवस्थित अध्ययन
UPSC की तैयारी में सबसे बड़ी गलती है अव्यवस्थित अध्ययन। बिना योजना के पढ़ाई करना समय की बर्बादी है। एक सही टाइम टेबल बनाना और उसे फॉलो करना बेहद जरुरी है।
- विषयों को प्राथमिकता न देना।
- केवल याद करने पर ध्यान देना, समझने पर नहीं।
- रिवीजन को नज़रअंदाज़ करना।
सिलेबस को न समझना
UPSC का सिलेबस बहुत व्यापक है। इसे सही से समझे बिना तैयारी करना एक बड़ी भूल है।
सिलेबस की गहराई में जाकर हर टॉपिक को कवर करना जरूरी है।
गलती | प्रभाव |
सिलेबस को न पढ़ना | महत्वपूर्ण विषय छूट सकते हैं |
केवल एक-दो विषयों पर ध्यान देना | बैलेंस्ड तैयारी नहीं होती |
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र न देखना | परीक्षा के पैटर्न की समझ नहीं बनती |
अत्यधिक संसाधनों का उपयोग
बहुत सारे किताबें और नोट्स इकट्ठा करना भी नुकसानदायक हो सकता है। सही सामग्री का चयन करें और उसी पर फोकस करें।
- हर विषय के लिए ढेरों किताबें पढ़ने से कंफ्यूजन बढ़ता है।
- अनावश्यक ऑनलाइन कोर्स और वीडियो देखने में समय बर्बाद होता है।
- एक ही टॉपिक को बार-बार अलग-अलग स्रोतों से पढ़ना।
“कम लेकिन सही सामग्री के साथ पढ़ाई करें। यह आपकी तैयारी को सही दिशा देगा।”
UPSC की तैयारी के लिए प्रेरणा
सफल उम्मीदवारों की कहानियाँ
- सफलता की कहानियाँ हमेशा प्रेरणा का स्रोत होती हैं।
- UPSC के कई उम्मीदवारों ने कठिन परिस्थितियों में भी सफलता पाई है। कुछ ने अपनी नौकरी के साथ तैयारी की, तो कुछ ने आर्थिक चुनौतियों के बावजूद अपने सपने को साकार किया।
- ये कहानियाँ हमें सिखाती हैं कि लगन और मेहनत से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
लक्ष्य निर्धारण और अनुशासन
UPSC की तैयारी में स्पष्ट लक्ष्य और अनुशासन का होना बेहद जरुरी है। स्मार्ट स्टडी और समय प्रबंधन के साथ एक नियमित दिनचर्या बनाएं। छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने पर खुद को प्रोत्साहित करें।
सकारात्मक सोच का महत्व
तैयारी के दौरान कई बार असफलता का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन सकारात्मक सोच ही आपको आगे बढ़ने की ताकत देती है। खुद पर विश्वास रखें और हर असफलता से सीख लें।
“हर दिन एक नई शुरुआत है, और हर प्रयास आपको अपने लक्ष्य के करीब ले जाता है।”
टिप्सः
- प्रेरणादायक किताबें पढ़ें।
- UPSC के टॉपर्स के इंटरव्यू देखें।
- खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखें।
निष्कर्ष
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी एक लंबी और मेहनत भरी प्रक्रिया है, लेकिन सही दिशा और निरंतर प्रयास से इसे पार किया जा सकता है। इस सफर में धैर्य और अनुशासन आपकी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे। हर दिन थोड़ा-थोड़ा सीखने और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करें। याद रखें, यह सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि आपके सपनों को साकार करने का जरिया है। तो, खुद पर विश्वास रखें, सही रणनीति अपनाएं और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
UPSC क्या है इन हिंदी
UPSC यानी संघ लोक सेवा आयोग, भारत की एक प्रमुख संस्था है जो सिविल सेवा परीक्षाओं का आयोजन करती है।
UPSC परीक्षा के कितने चरण होते हैं?
UPSC परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और साक्षात्कार।
UPSC की तैयारी कब शुरु करनी चाहिए?
जितनी जल्दी हो सके, खासकर स्नातक के दौरान या उसके तुरंत बाद।
UPSC के लिए न्यूनतम योग्यता क्या है?
उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए।
UPSC की तैयारी के लिए कौन-कौन सी किताबें पढ़नी चाहिए?
NCERT की किताबें, सामान्य अध्ययन के लिए स्टैंडर्ड किताबें, और करंट अफेयर्स के लिए समाचार पत्र।
क्या UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग जरूरी है?
कोचिंग जरुरी नहीं है। सही रणनीति और संसाधनों के साथ घर पर भी तैयारी की जा सकती है।
यूपीएससी अध्यक्ष कौन है?
वर्तमान में प्रीती सूदन (Mrs. Preeti Sudan) संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी की अध्यक्ष है। प्रीती सूदन (Mrs. Preeti Sudan) ने एक अगस्त 2024 को यूपीएससीके अध्यक्ष का पद संभाला था।
UPSC में कौन सी जॉब आती है?
यूपीएससी में निम्नलिखित जॉब्स आती हैं-
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS: Indian Administrative Service)
- भारतीय विदेश सेवा (IFS: Indian Foreign Service)
- भारतीय पुलिस सेवा (IPS: Indian Police Service)
- भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा (Indian Audit and Accounts Service, Group ‘A’)
- भारतीय सिविल लेखा सेवा (Indian Civil Accounts Service, Group ‘A’)
- भारतीय कॉरपोरेट विधि सेवा (Indian Corporate Law Service, Group ‘A’)
- भारतीय रक्षा लेखा सेवा (Indian Defence Accounts Service, Group ‘A’)
- भारतीय रक्षा संपदा सेवा (Indian Defence Estates Service, Group ‘A’)
- भारतीय सूचना सेवा (Indian Information Service, Group ‘A’)
- भारतीय डाक सेवा (Indian Postal Service, Group ‘A’)
- भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा (Indian Post & Telecommunication Accounts and Finance Service, Group ‘A’)
- भारतीय रेल प्रबंधन सेवा (Indian Railway Management Service, Group ‘A’)
- भारतीय रेल सुरक्षा बल सेवा (Indian Railway Protection Force Service, Group ‘A’)
- भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) (Indian Revenue Service – Customs & Indirect Taxes, Group ‘A’)
- भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) (Indian Revenue Service – Income Tax, Group ‘A’)
- भारतीय व्यापार सेवा (Indian Trade Service, Group ‘A’ (Grade III))
- सशस्त्र सेना मुख्यालय सिविल सेवा (Armed Forces Headquarters Civil Service, Group ‘B’ (Section Officer’s Grade))
- दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली सिविल सेवा (DANICS, Group ‘B’)
- दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन व दीव एवं दादरा व नगर हवेली पुलिस सेवा (DANIPS, Group ‘B’)
- पांडिचेरी सिविल सेवा (PONDICS, Group ‘B’)
- पांडिचेरी पुलिस सेवा (PONDIPS, Group ‘B’)
UPSC में कितने विषय हैं?
- यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में कुल दो विषय हैं: GS Paper I और GS Paper II (CSAT)
- यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में साथ अनिवार्य विषय है और दो विषय ऑप्शनल है जिसमें कुल 25 सब्जेक्ट है उसमें से किसी एक सब्जेक्ट को चुनना होगा। उसे एक विषय से दो प्रश्न पत्रतैयार किए जायेंगे।
यूपीएससी में टॉप 5 जॉब कौन सी हैं?
यूपीएससी के माध्यम से मिलने वाली सभी जॉब्स में टॉप 5 जॉब्स निम्नलिखित है-
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
- भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
- भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- भारतीय राजस्व सेवा (IRS)
- भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा (IA&AS)
UPSC के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?
- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिएउम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक पास होना चाहिए अथवा उम्मीदवार के पास स्नातक की डिग्री होना आवश्यक है।
- जिन उम्मीदवारों की स्नातक डिग्री पूर्ण नहीं हुई है और वह स्नातक के अंतिम वर्ष में है वह भी यूपीएससी के लिए आवेदन पत्र भर सकते हैं।
IPS में कितने पद होते हैं?
- आईपीएस कैडर में प्रत्येक वर्ष पदों की संख्या समय-समय पर बदलती रहती है।
- प्रत्येक वर्ष लगभग 100 से अधिक आईपीएस के पदहोते हैं यह कम या ज्यादा हो सकते हैं।
- 01 जनवरी 2024 तक भारत में कुल स्वीकृत आईपीएस पदों की संख्या 5055 थी।
UPSC कौन सी पोस्ट देता है?
संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससीसिविल सेवा परीक्षाको आयोजित कराकर विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्तियां करता है जैसे कि IAS, IPS, IFS, IRS, आदि। इन पदों पर नियुक्ति के लिए प्रत्येक वर्ष जनवरी अथवा फरवरी महीने में आवेदन पत्र मांगे जाते हैं। आवेदन पत्र भरने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट पास होना चाहिए।
UPSC क्लियर करने के बाद हम क्या बनते हैं?
UPSC सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, आपकी रैंक और वरीयता के आधार पर, आपको IAS, IPS, IFS या अन्य केंद्रीय सेवाओं में नियुक्त किया जा सकता है।
1 साल में कितने IAS बनते हैं?
हर वर्ष, UPSC सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से लगभग 180 उम्मीदवारों का चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए करता है।
IPS बनने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?
IPS के लिए आवश्यक अंक हर वर्ष बदलते हैं, क्योंकि यह कटऑफ अंकों पर निर्भर करता है, जो परीक्षा की कठिनाई और उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर निर्धारित होते हैं।
वर्ष 2023 में आईपीएस बनने के लिए मार्क्स की आवश्यकता:
- General: Prelims cut-off of 75.41and Mains cut-off of 741
- EWS: Prelims cut-off of 68.02 and Mains cut-off of 706
- OBC: Prelims cut-off of 74.75 and Mains cut-off of 712
- SC: Prelims cut-off of 59.25 and Mains cut-off of 694
- ST: Prelims cut-off of 47.82 and Mains cut-off of 692
वर्ष 2022 में आईपीएस बनने के लिए मार्क्स की आवश्यकता:
- General: Prelims cut-off of 98 and Mains cut-off of 751
- OBC: Prelims cut-off of 95.34 and Mains cut-off of 718
- SC: Prelims cut-off of 82 and Mains cut-off of 706
- ST: Prelims cut-off of 77.34 and Mains cut-off of 699
इंटरव्यू कितने नंबर का होता है?
- UPSC सिविल सेवा परीक्षा में साक्षात्कार (पर्सनैलिटी टेस्ट) 275 अंकों का होता है।
UPSC में कितने विषय लेने होते हैं?
- UPSC मुख्य परीक्षा में, उम्मीदवारों को एक वैकल्पिक विषय चुनना होता है, जो दो पेपरों में विभाजित होता है। Optional Paper I and Optional Paper 2
IAS बनने की उम्र कितनी होती है?
- सामान्य श्रेणियों (अनारक्षित) के लिए IAS बनने की उम्र: उम्मीदवार की आयु 21 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए IAS बनने की उम्र: उम्मीदवार की आयु 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- एससी (अनुसूचित जाति) के लिए IAS बनने की उम्र: उम्मीदवार की आयु 21 से 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- एसटी (अनुसूचित जनजाति) के लिए IAS बनने की उम्र: उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से लेकर 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
12th के बाद UPSC कैसे करें?
- 12वीं के बाद, स्नातक डिग्री प्राप्त करें, क्योंकि यह UPSC परीक्षा के लिए आवश्यक है। स्नातक के दौरान या बाद में UPSC की तैयारी शुरू करें।
UPSC में कौन-कौन से पद होते हैं?
- UPSC सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से विभिन्न पदों पर नियुक्ति करता है, जैसे कि IAS, IPS, IFS, IRS, आदि।
UPSC की तैयारी के लिए कितने पैसे चाहिए?
- UPSC की तैयारी का खर्च व्यक्तिगत होता है। यदि आप स्व-अध्ययन करते हैं, तो खर्च कम होगा। कोचिंग संस्थानों की फीस भिन्न-भिन्न होती है। फिर भी यूपीएससी का खर्च 2 लाख से 5 लाख तक का मानकर चलिए।
UPSC का सिलेबस कितने दिन में पूरा करना है?
- UPSC का सिलेबस पूरा करने का समय आपकी अध्ययन गति पर निर्भर करता है। आमतौर पर, उम्मीदवार 1 से 1.5 वर्ष में सिलेबस पूरा करने का प्रयास करते हैं।
IAS की तैयारी में कितना खर्च आता है?
- यह व्यक्तिगत तैयारी, कोचिंग, सामग्री, और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। खर्च कुछ हजार से लेकर लाखों रुपये तक हो सकता है।
UPSC की सैलरी कितनी है?
- यूपीएससी में चयनित होने वाले उम्मीदवारों का शुरुआती बेसिक पे 56100/- रुपए होता है।
- बेसिक पे के साथ चयनित उम्मीदवारों को यात्रा भत्ता (TA), महंगाई भत्ता (DA), और मकान किराया भत्ता (HRA) आदि दिया जाता है।
- ट्रेनिंग के दौरान 33000 से लेकर 35000 रुपए प्रति माह वेतन दिया जाता है।
Salary | |
Basic Pay | Rs. 56,100/- |
Monthly Salary | Rs. 56,000 to Rs. 1,50,000 |
Highest Salary | Rs. 2,50,000/- |
Salary During Training | Rs. 33,000–35,000 |
IAS और IPS में कौन बड़ा है?
- प्रोटोकॉल के अनुसार, IAS का दर्जा IPS से ऊपर माना जाता है।
UPSC करने से क्या होता है?
- UPSC सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने पर, उम्मीदवारों को विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में अधिकारी पदों पर नियुक्ति मिलती है।
कलेक्टर की पढ़ाई कितने साल की होती है?
- कलेक्टर बनने के लिए, स्नातक डिग्री (3-4 वर्ष) आवश्यक है, जिसके बाद UPSC की तैयारी करनी होती है।
- उसके बाद चयनित उम्मीदवारों को 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है।
UPSC की पढ़ाई कितने साल की होती है?
- UPSC के लिए, स्नातक डिग्री (3-4 वर्ष) आवश्यक है, जिसके बाद UPSC की तैयारी करनी होती है।
- उसके बाद यूपीएससी में चयनित उम्मीदवारों को 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है।
UPSC का मतलब कौन सा काम है?
- यूपीएससी का मतलब UPSC (Union Public Service Commission) होता है जो भारत की एक केंद्रीय संस्था है, जो विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करती है।
UPSC का दूसरा नाम क्या है?
- UPSC को हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग कहा जाता है।
UPSC कितने प्रयास देते हैं?
- सामान्य वर्ग: 6 प्रयास (32 वर्ष तक)
- ओबीसी वर्ग: 9 प्रयास (35 वर्ष तक)
- एससी/एसटी वर्ग: असीमित प्रयास (37 वर्ष तक)
कलेक्टर को 1 महीने में कितना पैसा मिलता है?
- एक जिला कलेक्टर (IAS अधिकारी) की शुरुआती सैलरी ₹56,100 प्रति माह होती है, जो अनुभव और प्रमोशन के साथ बढ़ती है।
IPS की पहली पोस्टिंग क्या होती है?
- IPS अधिकारी की पहली पोस्टिंग आमतौर पर सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में होती है।
UPSC में कितना रैंक होना चाहिए?
- IAS, IPS, IFS आदि सेवाओं के लिए कटऑफ हर साल अलग होती है। आमतौर पर, IAS पाने के लिए टॉप 80-100 रैंक में आना आवश्यक होता है।
UPSC में टोटल कितने पेपर होते हैं?
UPSC सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में होती है:
- प्रारंभिक परीक्षा (2 पेपर – GS और CSAT)
- मुख्य परीक्षा (9 पेपर)
- साक्षात्कार (1 चरण)
UPSC में कितना सिलेबस है?
- UPSC का सिलेबस बहुत विस्तृत है और इसमें इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, विज्ञान, करंट अफेयर्स, वैकल्पिक विषय आदि शामिल होते हैं।
घर बैठे यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
- NCERT और स्टैंडर्ड किताबें पढ़ें
- ऑनलाइन कोर्स और वीडियो लेक्चर देखें
- समाचार पत्र (The Hindu/Indian Express) पढ़ें
- टेस्ट सीरीज़ और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें
UPSC की फीस कितनी होती है?
- प्रारंभिक परीक्षा: ₹100
- मुख्य परीक्षा: ₹200
- (SC/ST, महिला और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए निशुल्क)
UPSC करने के लिए कितने परसेंट चाहिए?
- UPSC परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम प्रतिशत की आवश्यकता नहीं होती। बस स्नातक डिग्री होनी चाहिए।
IPS की 1 महीने की सैलरी कितनी होती है?
- एक IPS अधिकारी की शुरुआती सैलरी ₹56,100 प्रति माह होती है, जो प्रमोशन और भत्तों के साथ बढ़ती है।
क्या लड़कियों के लिए यूपीएससी फ्री है?
- हां, महिला उम्मीदवारों के लिए UPSC आवेदन शुल्क माफ होता है।
UPSC फॉर्म भरने में कितना पैसा लगता है?
- प्रारंभिक परीक्षा: ₹100
- मुख्य परीक्षा: ₹200
- (महिला, SC/ST उम्मीदवारों के लिए निशुल्क)
क्या 12 वीं पास यूपीएससी के लिए योग्य है?
- नहीं, UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातक डिग्री है।
1 साल में कितने IPS बनते हैं?
- हर साल लगभग 150-200 उम्मीदवारों का चयन IPS के लिए किया जाता है।
IPS कितने साल का कोर्स है?
- UPSC परीक्षा पास करने के बाद, IPS अधिकारियों की ट्रेनिंग 1.5-2 साल की होती है।
यूपीएससी की कुल फीस कितनी है?
- परीक्षा शुल्क बहुत कम है (₹200 तक), लेकिन कोचिंग और तैयारी का खर्च अलग-अलग हो सकता है।
यूपीएससी में लड़कियों की हाइट कितनी लेते हैं?
- IPS के लिए लड़कियों की न्यूनतम हाइट 150 सेमी होनी चाहिए (ST कैटेगरी के लिए छूट है)।
- IAS के लिए कोई हाइट क्राइटेरिया नहीं है।
Content writing karna hai aapke website par
Hello, Vinod Kumar Paul
Thank you for showing interest in writing content for my website.
Please share some of your previous work or writing samples, along with the topics you’re comfortable writing about.
Once I review your work, we can discuss the next steps. Looking forward to hearing from you!
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Hello, Vinod Kumar Paul
Meri website ke liye content likhne mein interest dikhane ke liye dhanyavaad.
Kripya apne purane likhe gaye content ke kuch samples aur un topics ke baare mein batayein jin par aap likhna pasand karte hain.
Main aapke kaam ki samiksha karne ke baad aage ki process discuss karunga.
Aapke reply ka intezaar rahega.
Best regards,
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